Monday, August 23, 2010

मानव संसाधन मंत्रालय ने आनंद की नागरिकता पर उठाये सवाल




हैदराबाद। विश्व के शीर्ष भारतीय शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद की नागरिकता पर मानव संसाधन मंत्रालय ने सवाल खड़े कर दिए हैं। यह पूरा विवाद हैदराबाद विश्वविद्यालय द्वारा आनंद को मानद डॉक्टरेट उपाधि देने के फैसले के बाद हुआ है। दरअसल जब भी केंद्रीय विश्वविद्यालय किसी को मानद उपाधि देता है तो केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय इस मामले में फैसला लेता है।


मानव संसाधन मंत्रालय का कहना है कि आनंद विदेश में रहते हैं। इसलिए उनकी नागरिकता के बारे में विदेश मंत्रालय ही फैसला लेगा। जबकि आनंद की पत्नी अरूणा आनंद का कहना है कि विश्वनाथन आनंद अपनी ट्रैनिंग के लिए स्पेन जरूर जाते हैं लेकिन वो पक्के भारतीय है। अरूणा ने यूनिवर्सिटी को आनंद का भारतीय पासपोर्ट भी उपलब्ध कराया है।


यह हमारे देश का दुर्भाग्य ही है कि पूरे विश्व में भारत का नाम ऊँचा करने वाले आनंद की नागरिकता पर सवाल उठाया जा रहा है। आनंद की नागरिकता पर किसी भी तरह का सवाल उठाना उनका अपमान करने जैसा ही है।

No comments:

Post a Comment