भारतीय क्रिकेट के महानतम
बल्लेबाजों में शुमार तथा “द वाल” के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने अपने कॅरियर में
कई उतार-चढ़ाव देखे हैं पर कभी भी उन्होंने मीडिया में खुलेआम अपने गुस्सा नहीं
दिखाया इसकी बजाय उन्होंने अपने प्रदर्शन से अपनी काबिलियत साबित की है।
वर्तमान परिदृश्य में
राहुल अपनी योग्यता के बल पर अपने समकालिन क्रिकेटरों से कहीं ज्यादा आगे हैं।
इसका ताजा उदाहरण आईपीएल-6 है, जहां सचिन, रिकी
पोटिंग, माहेला जयवर्धने, जैक्स
कैलिस जैसे खिलाडी खेल रहे हैं, लेकिन राहुल न सिर्फ इन खिलाडियों से ज्यादा अच्छा
खेल दिखा रहे हैं, बल्कि अपनी टीम राजस्थान रायल के कोच की भी भूमिका
निभा रहें हैं।
यहां तक की एक मैच में तो
राहुल ने मैन आफ दी मैच का पुरस्कार भी जीता। राहुल पहले मैच में दिल्ली
डेयरडेविल्स के खिलाफ तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और 51 गेंदों पर 65 रनों
की आतिशी पारी खेलकर साबित कर दिया कि अच्छी तकनीक फटाफट क्रिकेट में भी काम आती
है। द्रविड की गिनती चौके-छक्के लगाने वाले खिलाड़ियों में नहीं होती, उम्र भी उनकी 40 साल से ज्यादा हो चुकी है, लेकिन उनकी बल्लेबाजी को देखकर एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि वे
ट्वेंटी-20 क्रिकेट में मिसफिट हैं।
अपने एक दिवसीय करियर के
शुरूआत में संघर्ष करने के बाद द्रविड़ ने लगन और मेहनत से खुद को बेहतर बनाया है।
बहुत कम लोगों को यह याद होगा कि एकदिवसीय में द्रविड़ 22 गेंदों में 50 रन बनाने
का करिश्मा दिखा चुके हैं। यह स्कोर उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2003 में बनाया
था। यहीं नहीं द्रविड़ ने टी20 इंटरनेशनल में 2011 में डेब्यू मैच में ही एक के
बाद एक तीन छक्के लगाए थे।
आईपीएल में द्रविड़ का
योगदान देखें तो एक पारी बेहद सराहनीय है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के खिलाफ
आईपीएल के पहले ही सीजन में द्रविड़ ने 36 गेंदों में छह छक्कों की मदद से 75 रन
बनाए थे। हाल ही दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ हुए मैच में क्लासी द्रविड़ देखने को
मिले।
जब उन्होंने पहली बॉल पर
चौका लगाया तो सबको समझ आ गया कि आज द्रविड़ कुछ अलग करेंगे। वही हुआ, अगले कुछ शॉर्ट में द्रविड़ ने अपनी टेक्निकल ब्रिलिएंस का प्रदर्शन
किया। जैसे जैसे खेल आगे बढ़ा द्रविड़ को फ्रंट-लेग टाइम क्लियर कर अपने लिए रूम
बनाते देख गया।
आईपीएल में द्रविड़ की
स्ट्राइक रेट 117.24 है, यह किसी भी बल्लेबाज के लिए टी20 में हाइएस्ट
स्ट्राइक रेट 120 से थोड़ा ही कम है। इसके अलावा आईपीएल 6 के पहले मैच के दौरान
उन्हें मैदान पर काफी मुस्कुराते हुए देखा गया।
वह
बेहद संजीदा और गंभीर खिलाड़ी हैं और टीम इंडिया में खेलते वक्त भी उन्हें बहुत कम
ही मैदान पर हंसते हुए देखा जाता था। पर यहां उनकी मुस्कान यह संकेत दे रही थी कि
वे टी20 फॉर्मेट में कम प्रेशर महसूस करते हैं।
सचिन, सौरभ और लक्ष्मण के साथ खेलते हुए राहुल ने अपनी एक अलग ही जगह बनाई
है। कई लोग उन्हें एक शांत बल्लेबाज मानते हैं। शुरू में उनकी धीमी बल्लेबाजी की
वजह से उन्हें एकदिवसीय मैचों में अधिक मौके नहीं दिए गए पर राहुल द्रविड़ ने
एकदिवसीय मैचों में भी ऐसी छाप छोड़ी की दुनिया उनकी कद्रदान हो गई।
साल 1999 और 2003 के
विश्व कप में राहुल द्रविड़ ने जो भूमिका निभाई उससे साफ हो गया कि इस दीवार में
बहुत जान है। द्रविड़ ने अब तक 153 टेस्ट मैचों की 265 पारियों में 52.40 की औसत
से 12314 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 60 अर्धशतक और 32 शतक जमाए हैं।
टेस्ट के विपरीत उन्होंने
वनडे में धीमे अंदाज में बल्लेबाजी की है पर वनडे में भी राहुल द्रविड़ का सफर
शानदार रहा है। 39.43 की औसत से राहुल द्रविड़ ने 339 मैचों में 10,000 रन बनाए हैं। विश्व क्रिकेट
में दस हजार का आकंडा पार करने वाले वह दुनियां के छठे बल्लेबाज हैं। टेस्ट मैचों
में 200 से अधिक कैच लेकर वह दुनियां के सबसे अधिक कैच लेने वाले खिलाड़ी भी हैं।
राहुल द्रविड़ ने हमेशा
मुसीबत के समय टीम की हर तरह से मदद की है। जब टीम को एक विकेट कीपर की जरुरत थी
तो राहुल द्रविड़ ने यह भूमिका भी निभाई. जब जरुरत एक कप्तान की थी तब उन्होंने
कप्तानी संभाली।
राहुल द्रविड़ को मिले
पुरस्कार और रिकॉर्ड
अर्जुन अवार्ड : 1998 में
राहुल द्रविड़ को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
2000: विजडन क़्रिकेटर ऑफ
द ईयर (Wisden Cricketer of the
Year 2000)
पद्म श्री : 2004 में
राहुल को पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर :
2004 में ही राहुल द्रविड़ को आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया था.
पद्मभूषण : खेल
में अहम योगदान के लिए राहुल द्रविड़ को 2013 में पद्मभूषण सम्मान दिया गया है.
टीम इंडिया की दीवार माने जानेवाले राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट में अपना अहम योगदान
दिया है.
सर्वाधिक कैच : टेस्ट
इतिहास में राहुल द्रविड़ सबसे अधिक कैच लेने वाले खिलाड़ी हैं जिनके नाम 200 कैच
हैं.
12,000 टेस्ट रन : राहुल द्रविड़
दुनियां के तीसरे और भारत के दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिनके नाम 12,000 टेस्ट रन हैं.
10,000 वनडे रन : राहुल द्रविड़ भारत
के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिनके नाम 10,000 से ज्यादा वनडे
रन हैं.
85 शतकीय भागीदारी :
राहुल द्रविड़ ने अपने अन्य साथी क्रिकेटरों के साथ 85 से अधिक शतकीय भागीदारियां
निभाई हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
300 रन से ज्यादा की
भागीदारी : राहुल द्रविड़ वनडे के ऐसे इकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक पारी में
300 से ज्यादा रनों की भागीदारी में हिस्सा लिया है.
सुनील