खेलों के लिहाज से वर्ष 2014 रिकॉर्ड और कारनामों
के नाम रहा
खेलों के लिहाज से वर्ष 2014 रिकॉर्ड और कारनामों
के नाम रहा। जर्मनी फुटबॉल वर्ल्ड चैंपियन बना। राष्ट्रमंडल खेलों में एक बार फिर से
इंग्लैंड का दबदबा रहा। एशियाई खेलों में चीन ने फिर से बाजी मारी।
एशियन खेल
दक्षिण कोरियाई शहर इंचॉन में 17वें एशियन खेलों
का आयोजन हुआ। भारत इन खेलों में शीर्ष 10 में जगह बनाने में सफल रहा जबकि चीन ने अपनी
बादशाहत जारी रखते हुए लगातार नौंवीं बार पहला नंबर बनाए रखा। इस बार 45 देशों ने
36 इवेंट्स में भाग लिया था। इसके बाद अगले एशियन खेल के मेजबान इंडोनेशिया को मशाल
सौंपी गई। भारत ने इस स्पर्धा में 57 मेडल जीते। जिसमें 11 स्वर्ण, 9 रजत और 37 कांस्य पदक शामिल हैं।
फुटबॉल
मारियो गोट्जे के अतिरिक्त समय में किए गए गोल
से जर्मनी फाइनल में अर्जेंटीना को 1-0 से हराकर फुटबॉल का विश्वचैंपियन बन गया। क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन और कबड्डी में लीग फॉर्मेट की सफलता के
बाद फुटबॉल की दुनिया में भी ऐसा ही ऐतिहासिक कदम उठाया गया। करीब 700 करोड़ रुपये
के करार के बाद इंडियन सुपर लीग की योजना बनी। इस लीग में आठ टीमों ने हिस्सा लिया।
इस लीग की चैम्पियन सौरव गांगुली के स्वामित्व वाली कोलकाता बनी। फाइनल में कोलकाता
ने सचिन तेंदुलकर के स्वामित्व वाली केरला ब्लस्टर को हराया। इसकी कुल इनामी राशि 35 करोड़ रुपये थी।
रियाल मैड्रिड की टीम यूरोप की क्लब फुटबॉल चैंपियन
बन गई। यूएएफा चैंपियंस लीग के खिताबी मुकाबले में रियाल मैड्रिड की टीम ने एटलेटिको
मैड्रिड को 4-1 से हरा दिया। इंग्लैंड के फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर
सिटी ने वर्ष 2013-14 का इंग्लिश प्रीमियर लीग खिताब जीता। वहीं लिवरपूल खिताब के बेहद
करीब आकर भी चैंपियन बनने से वंचित रह गया। एतिहाद स्टेडियम में टूर्नामेंट के फाइनल
मुकाबले में वेस्ट हैम पर 2-0 की आसान जीत के साथ ही मैनचेस्टर सिटी ने 2012 के बाद
दूसरी बार इस खिताब पर कब्जा कर लिया। उरुग्वे के स्टार फुटबॉलर लुइस
सुआरेज ने इटली के खिलाफ मैच के दौरान अपने विपक्षी खिलाड़ी जॉर्जियो चिलिनी के कंधे
पर दांतों से काट लिया। इसके बाद फीफा ने उनपर 9 मैच और 4 महीने के लिए प्रतिबंध लगा
दिया। सुआरेज पर लगा बैन फुटबॉल के हर प्रारूप पर लागू रहा।
राष्ट्रमंडल खेल
20वें राष्ट्रमंडल खेल का आयोजन स्कॉटलैंड के ग्लासगो
शहर में हुआ। 23 जुलाई से शुरू होकर 11 दिन तक चले खेल इस महाकुंभ में 71 देशों के
4929 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इन खेलों में भारत ने 15 स्वर्ण, 30 रजत और 19 कांस्य पदक मिलाकर
64 पदक हासिल किए. पदक तालिका में भारत पांचवें स्थान पर रहा।
टेनिस
शीर्ष वरीयता प्राप्त नोवाक जोकोविच ने अपनी तीखी
सर्विस और करारे शॉट की बदौलत रोजर फेडरर का आठवां खिताब जीतने का सपना तोड़कर विंबलडन
टेनिस टूर्नामेंट का पुरुष एकल का खिताब जीता। जोकोविच ने पहला सेट गंवाने के बाद शानदार
वापसी की। करीब चार घंटे तक चले मैराथन मुकाबले में जोकोविच ने 6-7, 6-4, 7-6, 5-7, 6-4 से जीत दर्ज की। चेकोस्लोवाकिया की पेट्रा क्विटोवा
ने 5 जुलाई 2014 को विंबलडन टेनिस ओपन 2014 का महिला एकल का खिताब जीता। पेट्रा ने
कनाडा की जिनी बोकार्ड को 6-3, 6-0 से हराकर अपना दूसरा
विंबलडन खिताब जीता। क्विटोवा ने वर्ष 2011 में मारिया शारापोवा को हरा कर अपना पहला
विंबलडन खिताब जीता था। स्विट्जरलैंड के स्टानिस्लास
वावरिंका ने मेलबर्न में स्पेन के राफेल नडाल को 6-3, 6-2, 3-6, 6-3 से हरा कर ऑस्ट्रेलियाई
ओपन 2014 का पुरुष एकल खिताब जीता। आठवीं वरीयता प्राप्त स्टानिस्लास वावरिंका के कैरियर
का यह पहला ग्रैंड स्लैम खिताब है।
चीन की ली ना ने वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन
ओपन का महिला एकल खिताब जीता। दो बार की उपविजेता ली ना ने फाइनल मुकाबले में 20वीं
वरीय स्लोवाकिया की डोमीनिका सिबुलकोवा को सीधे सेटों में मात देकर करियर के दूसरे
ग्रैंड स्लैम खिताब पर कब्जा कर लिया। खिताबी मुकाबले में ली ना ने सिबुलकोवा को
7-6(7-3),
6-0 से हराया।
क्रोएशिया के मारिन सिलिच ने जापान के केई निशिकोरी
को हराकर साल के अंतिम ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन का पुरुष एकल खिताब जीत लिया। दिग्गजों
को चौंकाकर फाइनल में जगह बनाने वाले टूर्नामेंट के 14वें वरीय खिलाड़ी सिलिच ने
10वें वरीय निशिकोरी को सीधे सेटों में 6-3, 6-3,
6-3 से हराया।
सेरेना विलियम्स ने इस साल का यूएस ओपन टेनिस प्रतियोगिता
का महिला सिंगल्स खिताब जीता। न्यूयॉर्क में खेले गए फाइनल मुकाबले में सेरेना ने डेनमार्क
की 10वीं वरीयता प्राप्त कैरोलाइन वोजनियाकी को हरा कर लगातार तीसरी बार यूएस ओपन का
सिंगल्स खिताब जीता राफेल नडाल ने फ्रेंच ओपन 2014 के फाइनल में नोवाक जोकोविच को हराकर
खिताब अपने नाम किया। मेंस सिंगल्स के फाइनल में नडाल ने जोकोविच को 3-6 7-5 6-2
6-4 से हराया। रूसी टेनिस स्टार मारिया शारापोवा ने रोमानिया की सिमोना हालेप को हराकर
करियर के दूसरे फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया। इस रूसी बाला ने 6- 4, 6-7 (5-7), 6-4 से जीत दर्ज की।
सानिया मिर्जा-ब्रूनो सोरेस की जोड़ी ने अमेरिकी
ओपन के मिक्स्ड डबल इवेंट का खिताब जीता। मिर्जा और सोरेस की जोड़ी ने अमेरिका की
एबिगेल स्पीयर्स और मैक्सिको के सैंटियागो गोंजालेस को 6 -1, 2 - 6, 11 - 9 से हराया।
बैडमिंटन
भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने इतिहास रचते हुए
पहली बार उबेर कप का कांस्य पदक जीता। भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से मात देकर सेमीफाइनल
में प्रवेश किया। हालांकि सेमीफाइनल में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। भारतीय
युवा बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने सनसनीखेज प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक चैंपियन
चीन के लिन दान को हराकर चाइना ओपन सुपर सीरीज का खिताब जीत लिया। श्रीकांत ने दान
को लगातार गेमों में 21-19, 21-17 से शिकस्त दी। भारत
की शान बैंडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने एक रोमांचक मुकाबले के बाद चाइना ओपन सुपर
सीरीज का फाइनल मुकाबला जीत लिया। सायना ने फाइनल मुकाबले में यामा गुची को 21-12, 22-20 से हराकर चीनी ओपन प्रीमियर खिताब अपने नाम किया। भारत
की नंबर वन महिला शटलर सायना नेहवाल ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन सीरीज के खिताब पर कब्जा किया।
शानदर प्रदर्शन करते हुए सायना ने स्पेन की कैरोलीना को 21-18, 21- 11 से मात दी।
शतरंज
विश्व शतरंज चैंपियनशिप की 11वीं बाजी में भारतीय
चैंपियन विश्वनाथन आनंद को हराने के बाद नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन चैंपियन का खिताब
बचाने में कामयाब रहे। 11वीं बाजी में आनंद की हार के साथ मैग्नस कार्लसन 4.5 के मुकाबले
6.5 अंकों से जीतकर शतरंज के विश्व चैंपियन बने।
हॉकी
भारतीय हॉकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया में खेले गए हॉकी
सीरीज में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 3-1 से हराया। भारतीय
हॉकी टीम ने 16 साल बाद एशियन खेलों के हॉकी स्पर्धा में स्वर्ण जीता। भारतीय हॉकी टीम ने पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण
अपने नाम कर लिया। इसी के साथ भारत ने 2016 में रियो-डी जनेरियो में होने वाले ओलंपिक
के लिए भी क्वालिफाई कर लिया। भारतीय हॉकी कोच टेरी वाल्श ने
हॉकी इंडिया और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के साथ अनुबंध संबंधी बातचीत नाकाम रहने
के बाद अपना पद छोड़ दिया।
फॉर्मूला वन
जापानी ग्रां प्री के दौरान हुई दुर्घटना में फॉर्मूला
वन ड्राइवर जूलेस बियांची गंभीर रूप से घायल हो गए। सिर में लगी चोट के कारण उनकी हालत
बेहद गंभीर हो गई. वे कुछ दिन तक आर्टिफिशियल कोमा में रहे। हालांकि, अब वह इससे बाहर हैं। मर्सिडीज के ब्रिटिश ड्राइवर
लुइस हैमिल्टन दूसरी बार फॉर्मूला वन विश्व चैंपियन बने। इससे पहले हैमिल्टन ने
2008 में मैक्लॉरेन टीम के साथ यह उपलब्धि हासिल की थी।
फॉर्मूला वन रेसिंग की दुनिया के शहंशाह रहे माइकल
शुमाकर आठ महीने अस्पताल में बिताने के बाद अपने घर लौट आए. शुमाकर स्विट्जरलैंड के
मेरीबेल के फ्रेंच स्की रिसोर्ट में स्कीइंग करते हुए दुर्घटना के कारण एक चट्टान से
टकरा गए थे। जिसके कारण उनके मस्तिष्क को गहरी चोट पहुंची थी।
ऑस्कर पिस्टोरियस
प्रिटोरिया में पैरालंपिक एथलीट ऑस्कर पिस्टोरियस
को गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप की हत्या के मामले में जज ने गैर-इरादतन हत्या का दोषी
पाया।
आईलीग
खेलों में लीग का ट्रेंड भारत में शुरू हो चुका
है। इस कड़ी में टेनिस भी जुड़ गया। भारतीय टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति के दिमाग की उपज
इंडियन प्रीमियर टेनिस लीग का पहला सीजन 2014 में खेला जाएगा. लीग में भारत समेत दुनिया
के कुछ नामी-गिरामी खिलाड़ी भी हिस्सा लेंगे।भारत के टेनिस स्टार विजय अमृतराज ने चैंपियंस
टेनिस लीग की शुरुआत की। इस लीग का आयोजन मुंबई, हैदराबाद,
दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु और
चंडीगढ़ में हुआ। इस लीग को क्रिकेट के इंडियन प्रीमियर लीग के तर्ज पर बनाया गया है।
कुश्ती
भारतीय कुश्ती के लिये वर्ष 2014 काफी अच्छा रहा
और इस साल ओलंपिक के नायक सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त ने फिर से अच्छा खेल दिखाया
जिससे भारत एशियाई खेलों में 28 साल बाद इस स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा। लंदन ओलंपिक
2012 के बाद पहली बार खेलने और फीला के भार वर्ग में तब्दीली के कारण बढ़े वजन वर्गों
में भाग लेने वाले सुशील और योगेश्वर ने इस साल जिस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया उसमें
खुद को साबित किया। योगेश्वर ने तो इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। यह पिछले
28 वर्षों में कुश्ती में भारत का पहला स्वर्ण पदक था। उनकी निगाहें अब रियो ओलंपिक
पर टिकी हैं। योगेश्वर को ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में 60 के बजाय 65 किग्रा भार
वर्ग में भाग लेना पड़ा जिसमें उन्होंने सोने का तमगा जीता जबकि दो बार के ओलंपिक चैंपियन
सुशील ने 74 किग्रा में सोने का तमगा हासिल किया। उन्होंने फाइनल में पाकिस्तान के
कमर अब्बास को चित करके अपनी बादशाहत साबित की थी। इसके बाद सुशील और योगेश्वर ने सितंबर
में ताशकंद में विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लिया। सुशील बाद में एशियाई खेलों
में भी नहीं गये लेकिन योगेश्वर इंचियोन पहुंचे और वहां उन्होंने इतिहास रचा। इस बीच
भारत के युवा पहलवानों अमित कुमार, बजरंग,
राजीव तोमर और महिला पहलवान बबिता कुमारी और विनेश फोगाट ने उन प्रतियोगिताओं
में भारतीय तिरंगा उंचा रखा जहां सुशील और योगेश्वर ने हिस्सा नहीं लिया। इन सबके अच्छे
प्रदर्शन से भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में पांच स्वर्ण सहित 13 पदक जीते। भारत ने
जूनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भी एक स्वर्ण, तीन रजत और
एक कांस्य पदक हासिल किया। विनेश : 51 किग्रा ने ग्रीको रोमन में स्वर्ण पदक हासिल
किया। एशियाई खेलों में भारतीय पहलवानों ने पांच पदक हासिल किये लेकिन फीला विश्व कुश्ती
चैंपियनशिप में उन्हें कोई पदक नहीं मिला।
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