नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.)। लंदन ओलम्पिक में खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन कर मेडल लाने की उम्मीद रखने वाली सरकार खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा नहीं दे पा रही है। इस बाबत देश के शूटरों ने साफ कहा है कि अब भी उनके कुछ प्रस्ताव मंजूरी की बाट जोह रहे है। ऐसे में खिलाड़ी की मांग है कि उसके प्रस्तावों पर जल्द विचार कर खेल मंत्री उसे स्वीकृत करें।
खेल मंत्री अजय माकन ने भले ही घोषणा कर दी हो कि ओलंपिक क्वालीफायर शूटरों को नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड (एनएसडीएफ) से ओलंपिक की तैयारियों के लिए हर संभव मदद की जाएगी। लेकिन चयन को लेकर पनपे विवाद से शूटर हिना सिद्धू और जयदीप कर्माकर का प्रस्ताव अब तक मंजूर नहीं हुआ है। दोनों शूटर इसको लेकर चिंतित हैं। मित्तल चैंपियंस ट्रस्ट के कार्यक्रम में आए शूटरों ने कहा कि प्रस्ताव मंजूर नहीं हुआ तो उनकी ओलंपिक की तैयारियां लगभग खत्म हो जाएंगी।
ओलंपिक मेडलिस्ट राज्यवर्धन राठौड़ पर वरीयता पाकर 10 मीटर एयर पिस्टल में ओलंपिक के लिए चयनित हिना सिद्धू ने 1.15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव एनएसडीएफ को दिया है। हिना का कहना है कि ओलंपिक में महज तीन माह का समय बाकी है। ऐसे में उनका प्रस्ताव मंजूर नहीं होता तो उन्हें नुकसान होगा। उन्हें यह भी मालूम नहीं है कि वह मंत्रालय में इसके लिए किससे बात करें। हालांकि इस बारे में वह एनआरएआई से लगातार बात कर रही हैं।
वहीं, इमरान हसन खान के स्थान पर 50 मीटर प्रोन में चयनित जयदीप कर्माकर का कहना है कि उन्होंने 50 लाख का प्रस्ताव दिया है। इसे मंजूरी मिलने पर वह अपने विदेशी कोच को वेतन दे सकते थे। जो अब तक उसे देना है। इसके लिए वह अपने प्रायोजक मित्तल चैंपियंस ट्रस्ट पर ज्यादा बोझ नहीं डाल सकते हैं। वहीं, एनआरएआई के एक अधिकारी का कहना है कि इन दोनों का टीम में चयन 12 मार्च को हुआ है। राज्यवर्धन के साथ चयन को लेकर हुए विवाद के कारण इसमें देरी हुई है। फिलहाल, फेडरेशन इस मामले को एक बार फिर मंत्रालय के पास लेकर जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/01.04.2012/आकाश।
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