Friday, April 17, 2015

महान आइस हॉकी खिलाड़ी जारोस्लाव होलिक का निधन

चेकोस्लोवाकिया के महान आइस हॉकी खिलाड़ी जारोस्लाव होलिक का निधन हो गया। वे 72 साल के साल थे। वर्ष 1972 में होलिक ने चेकोस्लोवाकिया के लिये विश्व कप आइस हॉकी का खिताब और ओलंपिक कांस्य पदक जीताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। होलिक टीम में आक्रामक फॉरवार्ड की भूमिका निभाते थे।


चेकोस्लोवाकिया हॉकी महासंघ ने आज बताया कि होलिक का लंबे समय से बीमारी से जूझने के बाद निधन हो गया। होलिक ने 142 अंतरराष्ट्रीय मैचों में देश के लिए 57 गोल किए थे और सापोरो में 1972 में हुए ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने में उसका नेतृत्व किया था। चेक टीम ने 1972 के स्वर्ण पदक समेत छह और विश्व चैंपियनशिप पदक जीते। होलिक संन्यास लेने के बाद एक सफल कोच भी बने और उनके नेतृत्व में 2000-2001 में चेकोस्लोवाकिया की अंडर-20 टीम ने लगातार दो विश्व जूनियर हॉकी खिताब जीते।

आईपीसी ने भारतीय पैरालंपिक समिति को अनिश्चितकाल के लिए किया निलंबित

अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) ने अंदरूनी कलह और पिछले माह गाजियाबाद में हुए राष्ट्रीय पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान खिलाड़ियों के साथ बुरे बर्ताव के लिए भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया है।

आईपीसी ने पीसीआई को ईमेल से भेजे गए 15 अप्रैल की तारीख वाले एक पत्र में कहा कि निलंबन अनिश्चितकाल के लिए होगा। आईपीसी के सीईओ जेवियर गोंजालेज ने पत्र में कहा, ‘‘पीसीआई के हालात पिछले कई सालों से अराजक हैं जिसका कारण मुख्य रूप से अलग अलग समूहों और लोगों के बीच राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले संघर्ष हैं और इस तरह के हालात में खिलाड़ियों के लिए कुछ भी सकारात्मक नहीं आ पाता।’’


आईपीसी ने दूसरी बार पीसीआई को निलंबित किया है। पीसीआई के महासचिव जे चंद्रशेखर ने कहा कि निलंबन से सबसे ज्यादा पैरा-एथलीट (शारीरिक रूप से अशक्त खिलाड़ी) प्रभावित होंगे और राष्ट्रीय समिति आईपीसी से अपने फैसले पर पुनर्विचार का अनुरोध करेगी।

Wednesday, April 15, 2015

31 रन पर आउट होने के बावजूद जीता मैच

 क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और इसका एक उदाहरण मंगलवार को श्रीलंका में देखने को मिला। यहां एक टीम 31 रन पर आउट होने के बावजूद मैच जीतने में कामयाब रही। यह मुकाबला श्रीलंका की एक प्रीमियर चैंपियनशिप में खेला गया।

असिरी करुणारत्ने की शानदार गेंदबाजी के चलते श्रीलंका एयर फोर्स स्पोर्ट्स क्लब ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। करुणारत्ने ने 21 रन देकर पांच विकेट झटके जिससे गॉले स्पोर्ट्स क्लब की पहली पारी 15.1 ओवर में 31 रनों पर सिमट गई ।
एयर फोर्स स्पोर्ट्स क्लब ने अपनी पहली पारी में 215 रन बनाए। इससे पहली पारी में क्लब को 184 रनों की बढ़त मिल गई। गॉले की टीम ने अपनी दूसरी पारी में 295 का स्कोर बना दिया। श्रीलंका के अंडर-19 बल्लेबाज चारिथ असलंका ने शानदार शतक लगाया। अब एयरफोर्स की टीम के सामने जीत के लिए 112 रनों का लक्ष्य था। लेकिन एयर फोर्स की टीम 107 रनों पर आउट हो गई।

यह 1924 के बाद पहली पारी में बनाया गया सबसे कम विनिंग टोटल है। ग्लॉस्टरशायर ने मिडिलसेक्स के खिलाफ 31 रन बनाए थे। पहली पारी में सबसे कम स्कोर 1827 में बना था जो इंग्लैंड ने सस्सेक्स के खिलाफ बनाया था।


Tuesday, April 14, 2015

सहवाग जैसे महान खिलाड़ियों के साथ खेलना शानदार अनुभव रहा- मैक्सवेल

ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने भारत के विस्फोटक बल्लेबाज विरेन्द्र सहवाग की तारीफ करते हुए कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग की किंग्स इलेवन पंजाब में वीरेंद्र सहवाग के साथ खेलने का अवसर मिला। आईपीएल आठ के पहले दो मैचों में अपने बल्ले की चमक बिखेरने में नाकाम रहे मैक्सवेल ने कहा, आगे बढऩे के साथ आप सीखते हो। वीरू (सहवाग) जैसे खेल के महान खिलाड़ियों के साथ खेलना शानदार अनुभव रहा।

उन्होंने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि पहले मुझे सचिन के साथ खेलने का भी मौका मिला। यह शानदार प्रतियोगिता है जिसका हिस्सा आप बन सकते हो। मैक्सवेल से जब पूछा गया कि क्या वह और सहवाग नेट पर कुछ विशेष चीजों पर चर्चा करते हैं तो उन्होंने कहा, हम खेल को लेकर नियमित तौर पर चर्चा करते हैं और हम क्या रवैया अपनाएंगे। वह हमेशा मुझे कहता है कि कुछ भी को अपनी प्रकृति के अनुसार खेलो और बाहर जो भी आलोचना हो रही है उस पर ध्यान मत दो।

पिछले साल किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से अपने पहले सत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले मैक्सवेल मौजूदा सत्र में अब तक अपने चिरपरिचित अंदाज में खेलने में नाकाम रहे हैं। मौजूदा फॉर्म के बारे में पूछने पर मैक्सवेल ने कहा, उतार चढ़ाव क्रिकेटर के करियर का हिस्सा होते हैं और उम्मीद करता हूं कि मैं जल्द ही लय में आ जाउंगा और कोई समस्या नहीं होगी।


आइस हॉकी संघ को गंभीर ने चार लाख रुपये का दिया दान


कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने आज भारतीय आइस हॉकी संघ (आईएचएआई) को चार लाख रुपये का दान दिया। बता दें कि कुवैत में एशियाई स्तर के टूर्नामेंट में राष्ट्रीय टीम के प्रतिनिधित्व के लिए आईएचएआई ने एक वेबसाइट बनाकर मदद की अपिल की थी।

कुवैत में 18 से 24 अप्रैल तक होने वाले आईआईएचएफ आइस हाकी चैलेंज कप एशिया डिविजन एक में हिस्सा लेने के लिए कोष जुटाने के भारतीय टीम के अभियान के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व उप कप्तान ने नैतिक जिम्मेदारीके तौर पर खेल का समर्थन करने का फैसला किया।

यहां शहर के माल में आइस हॉकी टीम के कप्तान सेवांग ग्याल्टसन को चार लाख रुपये का चैक सौंपते हुए गंभीर ने कहा, सबसे खराब यह है कि खिलाड़ी पैसे की कमी के कारण देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाए। यह सबसे बदतर चीज है। आखिर वे टीम इंडिया है फिर वे भले ही किसी भी खेल में देश का प्रतिनिधित्व करें।

भारतीय टीम को टूर्नामेंट में सफलता की शुभकामना देते हुए गंभीर ने कहा, किसी भी खिलाड़ी के लिए किसी अन्य खेल का समर्थन करना सम्मान की बात है विशेषकर आइस हाकी जो भारत में काफी लोकप्रिय नहीं है। उम्मीद करता हूं कि इस समर्थन के साथ वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे और देश को गौरवांवित करेंगे।



विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने आईपीएल में लगाया 200वां छक्का

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेल रहे कैरेबियाई विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने आईपीएल करियर में 200वां छक्का लगाकर एक अनोखी उपलब्धि हासिल की।

क्रिस गेल ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपने आईपीएल करियर का 200वां छक्का लगाया। गेल छक्के जड़ने के मामले में पहले से ही नंबर वन थे लेकिन अब उन्होंने इस मामले में दोहरा शतक लगाकर पहाड़ को और ऊंचा कर दिया है। उनके इस आंकड़े तक पहुंचना किसी और खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होने वाला क्योंकि इस मामले में उनके पीछे जो खिलाड़ी दूसरे नंबर पर है उसके नाम 134 छक्के ही हैं। वो खिलाड़ी हैं चेन्नई सुपरकिंग्स के सुरेश रैना।

आईपीएल इतिहास में छक्के जड़ने के मामले में शीर्ष 5 खिलाड़ी इस प्रकार हैं-

1. क्रिस गेल (बैंगलोर)- 70 मैचों में 200 छक्के।

2. सुरेश रैना (चेन्नई)- 117 मैचों में 134 छक्के।

3. रोहित शर्मा (मुंबई)- 114 मैचों में 130 छक्के।

4. यूसुफ पठान (केकेआर)- 108 मैचों में 116 छक्के।

5. एमएस धोनी (चेन्नई)- 114 मैचों में 115 छक्के।


दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी कोच पद से हटे एलेन डोनल्ड

पूर्व तेज गेंदबाज एलेन डोनल्ड दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी कोच पद से हट गये हैं। वह पिछले चार वर्ष से इस पद पर काबिज थे। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोर्गट ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं डोनल्ड को टीम और खिलाड़ियों को पिछले चार वर्षों में दिये उनके योगदान के लिये धन्यवाद देता हूं। डोनल्ड ने दक्षिण अफ्रीका के लिये मैदान और मैदान के बाहर हमेशा योगदान दिया और वह राष्ट्रीय टीम के लिये हमेशा अहम रहेंगे।’’


उन्होंने कहा कि डोनल्ड कोच के तौर पर अपना अंतरराष्ट्रीय अनुभव और जानकारी टीम में लाये और हम उन्हें भविष्य के लिये शुभकामनाएं देते हैं।’’ पूर्व तेज गेंदबाज ने जून 2011 में यह पद संभाला था।

        इस बीच 48 वर्षीय डोनल्ड ने कहा कि उनका मानना है कि कोच पद छोड़ने का उनके लिये यह सही समय है। उन्होंने कहा कि मैं खिलाड़ियों, कोचों और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका का उनके समर्थन के लिये शुक्रगुजार हूं। मुझे विश्वकप के बाद कुछ समय मिला और मैंने यह सोचा कि अब मेरे लिये इस पद को छोड़ने का समय आ गया है। मैं हमेशा ही दक्षिण अफ्रीका के लिये काम करना चाहता था और मैं खुशनसीब हूं कि मुझे इसका मौका मिला। मेरे लिये पिछले चार वर्ष अहम रहे और टीम के साथ विश्वकप का हिस्सा बनना मेरा सपना था।’’
         
डोनल्ड ने दक्षिण अफ्रीका के लिये 1991 से 2003 तक 72 टेस्ट और 164 वनडे खेल। वह पहले दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर रहे जिन्होंने 300 टेस्ट विकेट का आंकड़ा छुआ।